Thursday, 10 May 2012

     

   "मकसद"


मेरे  होने  का  मकसद क्या  है 
इसके  जवाब  से  अभी  तक  वाकिफ  नहीं  हूँ
ज़िन्दगी  का  सफ़र  तो  चालू  कबका  कर दिया  है 
पर मंजिल  से  अभी  तक  वाकिफ नहीं   हूँ 
इस  सफ़र  में  मिलले तो  बहुत है 
पर   उन्न  सबकी  नियत  से  अभी  तक  वाकिफ  नहीं  हूँ 
एक  पल  कुछ   करने  का  जी  चाहए 
तो  अगले  ही  पल मन कही  और  दौड़  जाए 
सब  एक  पहेली  जैसा  नज़र  आये 
पर  ज़िन्दगी  एक  पहेली  ही  तो  है  ये  जान  गया  हूँ 
और  इस  पहेली  को  सुलझाना  ही  ज़िन्दगी  है  ये  समझ  गया  हूँ .

- अवनीश गुप्ता 


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